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हिंदी में कोई तीन कविताएँ लिखें​
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    Home » Hindi Poems

    HINDI POEMS

    Hindi Poems Collection. Love Poems in Hindi, Sad Poems, Maa, Poems on Mother, Kids Poems, Funny Poems, Famous Short Heart Touching and Nature Life Poems Kavita Kosh Poetry.

    माँ तुझसे ये दुनिया मेरी, तुझसे ही जीवन, माँ पर कविता

    मेरे वज़ूद की कहानी वो, मेरे सर पे जिसका साया हैं,

    माँ तुझसे ये दुनिया मेरी, तुझसे ही जीवन पाया हैं,

    हर एहसास तुझसे ही जाना मैने इस जहाँ में आके

    है कर्ज़दार उसका ये बेटा, दूध जो तूने पिलाया हैं

    पहला लफ्ज़ तू बनी मेरे जीवन का, खुदा के करम से,

    पकड़ मेरे हाथों को, मुझे संभलना सिखाया हैं

    मेरे एक छींक पे तड़पना तेरा, कितनी रात तू सोई नहीं

    खुद को जला दोपहर भर, तेज धुप से बचाया हैं

    हूँ आज मैं अपने क़दमों पे, जहाँ को पार कर के,

    हूँ पर तेरे क़दमों में, जिससे हर सीख को पाया हैं

    तेरी ममता का प्यासा हूँ, लुटा दे मुझपे “सच्चा प्यार”

    पूजता हूँ तुझे ऐसे, की भगवन की जगह बिठाया हैं

    है दुआ ऊपर वाले से, गर वो इस जहाँ में कही है

    रखे सदा खुश उसे, जिसने मुझे दुनिया में लाया हैं

    मेरे वज़ूद की कहानी वो, मेरे सर पे जिसका साया हैं,

    माँ तुझसे ये दुनिया मेरी, तुझसे ही जीवन पाया हैं,

     

    ~ कुनाल

    Hindi Poems  Maa Poems

    ज़माने ने मुझे चोट दी है – दुःख व् गहराई भरी कविता

    चले हैं लोग मैं रस्ता हुआ हूं

    मुद्दत से यहीं ठहरा हुआ हूं

    ज़माने ने मुझे जब चोट दी है

    मैं जिंदा था नहीं जिंदा हुआ हूं

    मैं पहले से कभी ऐसा नहीं था

    मैं तुमको देखकर प्यारा हुआ हूं

    मैं कागज सा न फट जाऊं

    ए लोगो उठाओ ना मुझे भीगा हुआ हूं

    मेरी तस्वीर अपने साथ लेना

    अभी हालात से सहमा हुआ हूं

    कभी आओ इधर मुझको समेटो

    मैं तिनकों सा कहीं बिखरा हुआ हूं

    चलो अब पूछना तारों की बातें

    अभी मैं आसमां सारा हुआ हूं

    मुसलसल बात तेरी याद आई गया

    वो वक़्त मैं उलझा हुआ हूं

    बुरा कोई नहीं होता जन्म से

    मुझे ही देख लो कैसा हुआ हूं

    ज़माने ने मुझे जितना कुरेदा

    मैं उतना और भी गहरा हुआ हूं

    ~ सुरेश सांगवान (saru)

    Hindi Poems  Sad Poems

    ए माँ, आ, सीने से लगाके इस दिल को राहत दे दे

    ए माँ तेरी याद बहुत आती हैं हमे

    अब तो तेरी दुआएं ही बचाती हैं हमे

    अपने क़दमों की हमे जन्नत दे दे..

    सीने से लगाके इस दिल को राहत दे दे

    हम सबको अकेला तू क्यों छोड़ गयी

    अपने बच्चों का दिल क्यों तोड़ गयी

    आ माँ हम सब को वो चाहत दे दे

    सीने से लगाके इस दिल को राहत दे दे

    ए – माँ तेरी जुदाई, अब अक्सर रुलायेगी

    तेरा गुस्सा करना, तेरी वो बातें अब सताएगी

    ए माँ हमे अपनी ममता की दौलत दे दे

    सीने से लगाके इस दिल को राहत दे दे

    अब साया कौन सा ठहरेगा सर पर

    कैसे आएगी अब रौनक घर पर

    ए माँ, आ हमे जीने की हसरत दे दे

    सीने से लगाके इस दिल को राहत दे दे

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